tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post5620885162723940510..comments2023-10-29T08:15:59.262-07:00Comments on कडुवा सच ...: अयोध्या विवाद ... देश वासियों से एक मार्मिक अपील !!!कडुवासचhttp://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-92181912635915084012010-09-19T07:21:56.695-07:002010-09-19T07:21:56.695-07:00नही दोस्त तुमरी सोच गलत है भगवान राम का मन्दीर बना...नही दोस्त तुमरी सोच गलत है भगवान राम का मन्दीर बना के हम हिन्दु भगवान राम राम की पुजा करना साहते है पुजा तो हम कीसी भी मन्दीर मै कर सकते है पर सवाल ये है हिन्दुस्थान मै 90% हिन्दु फिर भी हम अगर हमारे ईस्ट देव का मन्दीर भी नही बना सकते तो थु है हम पर हिन्दु समाज के आस्तीत्व का सवाल ये चार लाख हिन्दु की बली दी है हमने क्या उन्का बलीदान वीयर्थ जायेगा बात अब सिर्फ मन्दीर की नही रही है बात हिन्दुतव की है एक राम मन्दीर बना के हम एकता का शन्देश देन्गे की हम हिन्दु एक है आज मन्दीर की अगर छोड भी दो तो क्या ये बात यहा ही खतम हो जायेगा आज हम मन्दीर छोड देन्गी कल कश्मीर पर अपना हक जामयेन्गे फिर क्या उसे भी छोड दोगे कल कहेन्गे हिन्दुस्थान छोड दो काहा जा ओ गे इस पुरी दुनिया मै हिन्दु के लिये एक ही स्थान है ओर वो सिर्फ हिन्दुस्थान है राम मन्दीर ना बनना मतलब हिन्दु की हार है सर झुका के जीने से अछा है सर कट जायेAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-24530886059255379762010-09-13T09:59:34.358-07:002010-09-13T09:59:34.358-07:00आपकी नियत अच्छी है पर वे मानेंगे ?आपकी नियत अच्छी है पर वे मानेंगे ?उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-12751358575576497362010-09-13T09:34:30.029-07:002010-09-13T09:34:30.029-07:00* हम सब मानवीय हित, शान्ति व सौहार्द्र के पक्षधर ब...* हम सब मानवीय हित, शान्ति व सौहार्द्र के पक्षधर बनें ।<br />....ऐसा ही ..ऐसा ही..siddheshwar singhhttps://www.blogger.com/profile/06227614100134307670noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-29512210900395688042010-09-13T05:50:54.203-07:002010-09-13T05:50:54.203-07:00आपकी अपील हर भारतीय की अपील है उदय जी,
"बहु...आपकी अपील हर भारतीय की अपील है उदय जी, <br />"बहुत हुए मंदिर-मस्जिद के फसाद<br />मिला क्या हमें? केवल अवसाद!!! <br />इबादत कहीं हो, दुआ यही हो<br />रहे इंसानियत सदा आबाद."S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib')https://www.blogger.com/profile/10992209593666997359noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-75672477251289357462010-09-13T01:28:27.600-07:002010-09-13T01:28:27.600-07:00आओ मिल कर हम इस झगडे को खत्म करे, ना मंदिर बने यहा...आओ मिल कर हम इस झगडे को खत्म करे, ना मंदिर बने यहां ना मस्जिद... यहां बने कोई अस्पताल या कोई नेशनल पार्क या कोई ऎसी जगह जहां सब आ जा सके,<br />आप क्ला संदेश बहुत सुंदर है, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-83380836815995476122010-09-13T00:28:31.496-07:002010-09-13T00:28:31.496-07:00लिखने जितना आसान नही है इस बात को मानना .... देखें...लिखने जितना आसान नही है इस बात को मानना .... देखें क्या होता है ...दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-71263869454066184602010-09-12T23:36:40.438-07:002010-09-12T23:36:40.438-07:00शान्ति व सौहार्द्र की पक्षधर होनी चाहिए यह सत्य है...शान्ति व सौहार्द्र की पक्षधर होनी चाहिए यह सत्य है. बाबरी मस्जिद का इस्तेमाल राजतिनिज्ञों ने किया उसको तोड़ के मुसलमानों के जज्बातों को ठेस पहुंचा के. अब कई सालों से उस जगह से हिन्दू धर्म के लोगों के जज़्बात रामजन्म भूमि के कारण जुड़ गए. फैसला कुछ भी हो किसी एक धर्म के लोगों को ढेस पहुंचना है. जबकि बाबरी मस्जिद तोड़े जाने के पहले, उस जगह की केवल एक हिस्टोरिकल अहमियत थी.<br /> हिन्दुओं व मुसलमानों को अपनी अपनी सार्थक व सकारात्मक सोच व व्यवहार का प्रदर्शन करते हुए मानवीय हित व देश हित में एक मिसाल पेश करना है।<br />इस देश के हिन्दू मुसलमान तो शायद ऐसा कर भी लें, अगर नेता लोग ऐसा करने दें. वोट बैंक ही इन सब नफरतों की देन है.S.M.Masoomhttps://www.blogger.com/profile/00229817373609457341noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-29772504498651813892010-09-12T22:13:15.699-07:002010-09-12T22:13:15.699-07:00बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!
शैशव, “...<b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!</b><br /><a href="http://manojiofs.blogspot.com/2010/09/blog-post_13.html" rel="nofollow"> शैशव, “मनोज” पर, आचार्य परशुराम राय की कविता पढिए!</a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-89467677965071679182010-09-12T22:05:30.638-07:002010-09-12T22:05:30.638-07:00aapke vichaar achhe hai...mujhe lagta hai adaalat ...aapke vichaar achhe hai...mujhe lagta hai adaalat in baato ko dhyaan me rakhkar hi faisalaa degi.arvindhttps://www.blogger.com/profile/15562030349519088493noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-31724288462450712912010-09-12T21:35:17.287-07:002010-09-12T21:35:17.287-07:00Bahut hi sarthak apeel hai....
kash sab is soch ko...Bahut hi sarthak apeel hai....<br />kash sab is soch ko samajh saken.<br />bahut prasangik aur umda post....badhai डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-52703948641104817092010-09-12T20:44:07.991-07:002010-09-12T20:44:07.991-07:00इस विषय की मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है बस इतना पता...इस विषय की मुझे ज्यादा जानकारी नहीं है बस इतना पता है की काफी समय से चल रहा है ये मुद्दा... जहाँ तक बात है शांति की तो मनुष्य मूलतः शांतिप्रिय ही है.. कुछ लोग जिनकी तादाद बहुत ही कम है, मूलतः पगलाए किस्म के होते है, उनको बस पगलाने से ही मतलब होता है, मुद्दा चाहे जो हो. फिर होते है राजनीतिज्ञ जो पेशेवर रूप से लफ्फाज़ होतें है, और इन पगालों का भरपूर फायदा उठाते है. मीडिया की भी रूचि जिंदा लोगो से ज्यादा कौन कितने मरे में ज्यादा होती है, इसलिए इनको तवज्जो दिया जाता है.. <br />तो आम आदमी तो शांति ही चाहेगा फैसला कुछ भी हो, और जिनको पगलाना है उनको तो रोकना वैसे भी मुश्किल ही है...Majaalhttps://www.blogger.com/profile/08748183678189221145noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-65551519925204394162010-09-12T20:20:50.550-07:002010-09-12T20:20:50.550-07:00अच्छे विचार है लेकिन मानेंगे कितने लोग ...
मुस्क...अच्छे विचार है लेकिन मानेंगे कितने लोग ...<br /><br />मुस्कुराना चाहते है तो यहाँ आये :-<br />(क्या आपने भी कभी ऐसा प्रेमपत्र लिखा है ..)<br />(क्या आप के कंप्यूटर में भी ये खराबी है .... )<br />http://thodamuskurakardekho.blogspot.comगजेन्द्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/14299561081216186994noreply@blogger.com