tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post1964214316461554638..comments2023-10-29T08:15:59.262-07:00Comments on कडुवा सच ...: नक्सली उन्मूलन की दिशा में शांतिवार्ता का मार्ग कितना उचित !!!कडुवासचhttp://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-34197341397200849392010-09-20T08:02:01.190-07:002010-09-20T08:02:01.190-07:00Behtarin post shyam bhai.Behtarin post shyam bhai.ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-72228805450579166112010-09-20T04:04:22.089-07:002010-09-20T04:04:22.089-07:00आपकी बात से सहमत हूँ .... नक्सलवाद एक समस्या है .....आपकी बात से सहमत हूँ .... नक्सलवाद एक समस्या है ....दिगम्बर नासवाhttps://www.blogger.com/profile/11793607017463281505noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-51149631092343813722010-09-20T03:39:20.079-07:002010-09-20T03:39:20.079-07:00समसामयिक और विचारोत्तेजक आलेख। हमने देखा है कि पहल...समसामयिक और विचारोत्तेजक आलेख। हमने देखा है कि पहले भी कई शांति के प्रयास सफल हुए हैं। आपकी इस बात से सहमत हूं कि शांतिवार्ता के लिए भी कुछ समय सीमा तय किया जाना बेहतर होगा। यह भी सही है कि इस समस्या से निज़ात पाने के लिए एक ठोस व कारगर रणनीति तैयार की जाए। <b>बहुत अच्छी प्रस्तुति। हार्दिक शुभकामनाएं!</b><br /><a href="http://manojiofs.blogspot.com/2010/09/blog-post_20.html" rel="nofollow">और समय ठहर गया!, ज्ञान चंद्र ‘मर्मज्ञ’, द्वारा “मनोज” पर, पढिए! </a>मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-19587504719458641512010-09-19T22:25:47.637-07:002010-09-19T22:25:47.637-07:00नक्सलवाद खतरनाक हैंनक्सलवाद खतरनाक हैंसंजय भास्कर https://www.blogger.com/profile/08195795661130888170noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-10694193458861240952010-09-19T20:46:11.935-07:002010-09-19T20:46:11.935-07:00दोनों तरह के नक्सलवाद देश को खतरनाक हैं, चाहे वह स...दोनों तरह के नक्सलवाद देश को खतरनाक हैं, चाहे वह सरकारी हो या विदेशों से प्रायोजित...भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1951236445648618208.post-73129080340187003552010-09-19T20:28:17.761-07:002010-09-19T20:28:17.761-07:00एक समय के पहले तक बातचीत लाभप्रद रहती है, उसके बाद...एक समय के पहले तक बातचीत लाभप्रद रहती है, उसके बाद लोग हवा पा बहकने लगते हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com